झाझा बिलियाडीह दंगे का मास्टरमाइंड हसन अखलाक कोलकाता से गिरफ्तार, लोजपा (रामविलास) का पदाधिकारी निकला

झाझा बिलियाडीह दंगे का मास्टरमाइंड हसन अखलाक गिरफ्तार, लोजपा (रामविलास) का पदाधिकारी होने से बढ़ी सियासी हलचल
जमुई: झाझा के बिलियाडीह दंगे के मुख्य आरोपी हसन अखलाक को जमुई पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। जांच में खुलासा हुआ है कि हसन अखलाक लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का प्रदेश महासचिव है। इस खुलासे के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
जमुई पुलिस को इनपुट मिला था कि हसन अखलाक कोलकाता में छिपा हुआ है। इसके बाद एक विशेष टीम ने कोलकाता जाकर उसे धर दबोचा। उसे जल्द ही जमुई लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अखलाक दंगे की साजिश रचने में मुख्य भूमिका में था और लंबे समय से फरार था।
राजनीतिक विवाद शुरू
हसन अखलाक के लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव होने की पुष्टि के बाद राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर लोजपा (रामविलास) और भाजपा गठबंधन को घेरना शुरू कर दिया है। हालांकि, अभी तक लोजपा (रामविलास) के किसी बड़े नेता की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस अब हसन अखलाक से पूछताछ कर रही है कि इस दंगे में और कौन-कौन शामिल थे। साथ ही, उसके राजनीतिक संबंधों की भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
क्या है झाझा बिलियाडीह दंगा?
झाझा के बिलियाडीह इलाके में हाल ही में सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी, जिसमें कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा था। इस दंगे में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में हसन अखलाक का नाम सामने आया था। पुलिस ने उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया था और तभी से उसकी तलाश जारी थी।
अब आगे क्या?
हसन अखलाक की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में नए खुलासे होने की संभावना है। वहीं, राजनीतिक गलियारों में इस गिरफ्तारी को लेकर नई बहस शुरू हो गई है। अब देखना होगा कि इस मामले पर लोजपा (रामविलास) का क्या रुख रहता है और पुलिस की आगे की जांच में क्या निकलकर सामने आता है।