“औरंगाबाद में नक्सली रीजनल कमांडर बड़का विकास गिरफ्तार, होम्योपैथी डॉक्टर बनकर दे रहा था इलाज”
औरंगाबाद

औरंगाबाद: नक्सली कमांडर बड़का विकास गिरफ्तार, होम्योपैथी डॉक्टर बनकर छिपा था फरार नक्सली
औरंगाबाद (बिहार): पुलिस ने लंबे समय से फरार नक्सली रीजनल कमांडर विकास यादव उर्फ बड़का विकास को गिरफ्तार किया है। बड़का विकास अपनी पहचान छुपाकर होम्योपैथी डॉक्टर बनकर रफीगंज में रह रहा था। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
औरंगाबाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रफीगंज शहर के एक शोरूम के पास छापेमारी कर बड़का विकास को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी औरंगाबाद एसपी अबंरीश राहुल के निर्देशन में गठित एसआईटी और एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
पहचान और पृष्ठभूमि
गिरफ्तार नक्सली की पहचान गया जिले के आंती थाना क्षेत्र के तुलसी बीघा कंचनपुर टोला निवासी वासुदेव यादव के पुत्र राहुल यादव उर्फ बड़का विकास के रूप में हुई। उसकी उम्र 53 वर्ष है और वह राज्य के मोस्ट वांटेड नक्सलियों में शामिल था।
पिछला आपराधिक रिकॉर्ड
– बड़का विकास के खिलाफ गया, औरंगाबाद और नवादा समेत बिहार के कई जिलों में दो दर्जन से अधिक नक्सली मामले दर्ज हैं।
– वर्ष 2019 में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में यह फरार हो गया था। उस मुठभेड़ में पुलिस ने तीन नक्सलियों को मार गिराया था।
– हाल ही में यह जेल से छूटकर आया था और अपनी पहचान छुपाने के लिए होम्योपैथी दवाखाना चला रहा था।
गिरफ्तारी का स्थान और प्रक्रिया
एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि बड़का विकास को रफीगंज शहर के एक शोरूम के पास से गिरफ्तार किया गया। वह स्थानीय लोगों को होम्योपैथिक उपचार देने के बहाने छिपा हुआ था।
पुलिस का बयान
एसडीपीओ अमित कुमार ने कहा, “गिरफ्तार नक्सली लंबे समय से फरार था। वह राज्य में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। हमारी टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।”
छापेमारी में शामिल अधिकारी
इस कार्रवाई में देव थाना के एसआई सूरज कुमार, रफीगंज थाना की एसआई वर्षा कुमारी और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस की बड़ी सफलता
यह गिरफ्तारी राज्य में सक्रिय नक्सल गतिविधियों पर नकेल कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस अब इससे जुड़े अन्य नेटवर्क की जांच कर रही है।