“2000 दो, तभी मिलेगा आवास”: महिलाओं ने आवास सहायक के खिलाफ खोला मोर्चा
पटना

पटना: पीएम आवास योजना में घूसखोरी का आरोप, महिलाओं ने किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
पटना, 20 जनवरी 2025: प्रधानमंत्री आवास योजना की आड़ में घूसखोरी के खिलाफ पटना के मसौढ़ी प्रखंड मुख्यालय पर सोमवार को बारा पंचायत की सैकड़ों महिलाओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने आवास सहायक पर 2000 रुपए घूस मांगने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि घूस नहीं देने पर उन्हें योजना से वंचित कर दिया जा रहा है।
महिलाओं का आरोप: घूस के बिना योजना का लाभ नहीं
बारा पंचायत की महिलाओं ने विरोध करते हुए कहा कि आवास सहायक नाम जोड़ने के लिए 2000 रुपए की मांग कर रहा है। गरीब परिवारों के पास खाने तक के लिए पैसे नहीं हैं, ऐसे में वे यह घूस कहां से दें। महिलाओं ने नाराजगी जताते हुए कहा, “क्या हमने सरकार को इसलिए वोट दिया था कि हमें घर बनाने के नाम पर पैसा मांगा जाए?”
अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और आवास सहायक पर मिलीभगत का आरोप लगाया। महिलाओं का कहना है कि पंचायत सेवक और अधिकारी एकजुट होकर हर गांव में गरीब लाभुकों से अवैध वसूली कर रहे हैं।
प्रमिला देवी, कोसमी देवी, सावित्री देवी, धर्मशिला देवी, बबीता देवी और रीना कुमारी सहित सैकड़ों महिलाओं ने इस घूसखोरी के खिलाफ जोरदार विरोध किया।
बीडीओ ने दिया जांच का आश्वासन
प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभाकर कुमार ने प्रदर्शन के दौरान कहा, “सभी पंचायतों में योग्य लाभुकों का चयन किया जा रहा है। अगर किसी आवास सहायक द्वारा पैसा मांगा जा रहा है, तो इसकी जांच होगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।”
ग्रामीणों का गुस्सा
महिलाओं ने सवाल किया कि गरीबों को आवास देने के लिए बनाई गई योजना में ही भ्रष्टाचार क्यों हो रहा है। घर बनाने की आस में बैठे लाभुकों ने सरकार से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की।
निष्कर्ष:
पीएम आवास योजना जैसे कल्याणकारी कार्यक्रम में घूसखोरी के इन आरोपों ने गरीबों के लिए सरकार की नीतियों की वास्तविकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मसौढ़ी प्रखंड में यह मामला जांच के घेरे में है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि गरीबों को न्याय मिल सके।