जमुई में सार्वजनिक शौचालयों की कमी से लोग परेशान, कचहरी चौक का शौचालय चार महीने से बंद
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जमुई में सार्वजनिक शौचालयों की कमी से लोग परेशान, कचहरी चौक पर बना शौचालय चार महीने से बंद
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जमुई नगर परिषद क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों की भारी कमी के कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के प्रमुख चौकों पर शौचालय न होने से खासतौर पर महिला पुलिसकर्मी और ठेला विक्रेताओं को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।
चार महीने से बंद कचहरी चौक का शौचालय
कचहरी चौक पर एक नया सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था, जिसका उद्घाटन विधायक श्रेयसी सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी प्रियंका गुप्ता और वार्ड पार्षद अहिल्या देवी ने किया था। लेकिन उद्घाटन के चार महीने बीतने के बाद भी यह शौचालय चालू नहीं हो पाया है, जिससे यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों, फुटपाथ दुकानदारों और राहगीरों को असुविधा हो रही है।
महिला पुलिसकर्मियों को हो रही सबसे ज्यादा परेशानी
शहर के मुख्य चौकों—कचहरी चौक, महराजगंज चौक, बोधवान तालाब चौक, महिसौडी चौक और अतिथि पैलेस चौक—पर शौचालय की कोई सुविधा नहीं है। महिला पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान शौचालय के लिए आसपास के घरों का सहारा लेना पड़ रहा है। हालांकि, उन्होंने कैमरे पर अपनी समस्या रखने से इनकार कर दिया।
ठेला विक्रेताओं की भी गंभीर समस्या
सैकड़ों ठेला विक्रेता सुबह से रात तक काम करते हैं, लेकिन शौचालय की सुविधा न होने से उन्हें खुले में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। नगर परिषद इनसे टैक्स तो वसूल रही है, लेकिन मूलभूत सुविधाएं देने में विफल साबित हो रही है।
नगर परिषद का जवाब
नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रियंका गुप्ता ने बताया कि चौक-चौराहों पर शौचालय निर्माण के लिए वार्ड पार्षदों को जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि जमीन मिलती है, तो शौचालय बनाए जाएंगे। साथ ही, पहले से बने शौचालयों की मरम्मत कराई जाएगी। कचहरी चौक पर बंद पड़े शौचालय को जल्द ही खोला जाएगा और इसके देखरेख के लिए एक व्यक्ति की नियुक्ति की जाएगी।
शहर में सार्वजनिक शौचालयों की कमी से लोग परेशान हैं। स्मार्ट सिटी के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नगर परिषद को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके।