गया में बच्चे को पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश, पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप
गया ,बिहार

गया में बच्चे को पेट्रोल डालकर जलाने का मामला, पुलिस पर सवाल
गया: बिहार के गया जिले के महकार थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक 10 वर्षीय बच्चे पर 6 वर्षीय बच्चे को पेट्रोल डालकर आग लगाने का आरोप है। इस घटना में घायल बच्चे का इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।
परिवार का आरोप: घायल बच्चे की मां का कहना है कि चौकीदार के बेटे ने उनके बेटे को जानबूझकर जलाने की कोशिश की। बच्चे का चेहरा और शरीर बुरी तरह झुलस गया है। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि चौकीदार और पुलिस उनके ऊपर दबाव बना रहे हैं और मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
डॉक्टर का बयान: अस्पताल के डॉक्टर ए.के. झा ने बताया कि घायल बच्चे की हालत गंभीर थी, लेकिन अब उसमें सुधार हो रहा है। “बच्चे की आंखों में सूजन है। सर्जरी के बाद स्थिति बेहतर होगी।”
घटना का कारण: पीड़ित बच्चे के पिता का कहना है कि उनके बेटे पर चौकीदार की दुकान में सामान गिराने का झूठा आरोप लगाया गया, जिसके बाद चौकीदार के बेटे और पत्नी ने पेट्रोल डालकर उसे जलाने की कोशिश की।
पुलिस की भूमिका पर सवाल: परिवार का आरोप है कि थाने में शिकायत दर्ज कराने पर चौकीदार ने पुलिस में होने का धौंस दिखाया। एक रिश्तेदार ने पुलिस पर रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि बयान दर्ज करने के लिए 3,000 रुपये मांगे गए थे।
पुलिस का पक्ष: महकार थाना प्रभारी एसआई राजेंद्र पासवान ने बताया कि यह घटना आग तापने के दौरान हुई। उनके अनुसार, दोनों बच्चों में झगड़ा हुआ, जिसके दौरान पास रखे पेट्रोल ने आग पकड़ ली। हालांकि, जांच जारी है और पीड़ित परिवार से लिखित आवेदन मांगा गया है।
समझौते की कोशिश: स्थानीय मुखिया ने मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया, लेकिन पीड़ित परिवार न्याय की मांग पर अड़ा हुआ है।
निष्कर्ष: इस मामले ने न केवल समाज में बढ़ती हिंसा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या मामला समझौते की भेंट चढ़ जाता है।