महाकुंभ में फिर मची भगदड़: चश्मदीदों के अनुसार कई की मौत, प्रशासन मौन
प्रयागराज

महाकुंभ में फिर मची भगदड़, चश्मदीदों के अनुसार कई लोगों की मौत, प्रशासन मौन
प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के मौके पर बुधवार देर रात भगदड़ मच गई। प्रशासन ने पहले हादसे में 30 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की थी, लेकिन इसके बाद सेक्टर 21 स्थित महावीर मार्ग खाक चौक पर भी दूसरी भगदड़ की घटना सामने आई। इस हादसे में कई लोगों के घायल होने और कुछ की मौत होने की बात कही जा रही है, हालांकि प्रशासन ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
कैसे मची भगदड़?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात 3 बजे के आसपास लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम स्नान के लिए जमा हो गए। महावीर मार्ग स्थित चौराहा चारों तरफ से भीड़ से घिर गया था, जिससे लोग आगे बढ़ने के लिए एक-दूसरे को धक्का देने लगे। संगम नोज तक पहुंचने की जल्दी में अफरा-तफरी मच गई और कई श्रद्धालु दबकर घायल हो गए।
बुजुर्ग और बच्चे भी हुए प्रभावित
घटना के दौरान बड़ी संख्या में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी मौजूद थे। भगदड़ की वजह से कई लोगों की सांस फूलने लगी। एक महिला श्रद्धालु, जो व्हीलचेयर पर थीं, भी इस हादसे की चपेट में आ गईं।
हल्दीराम स्टोर के कर्मचारी बने देवदूत
इस दौरान पास में मौजूद हल्दीराम स्टोर के कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं की मदद की। भगदड़ से परेशान लोग स्टोर में शरण लेने लगे। कर्मचारियों ने गेट खोलकर उन्हें पानी दिया और गत्तों से हवा झलकर राहत पहुंचाने की कोशिश की।
घायलों की संख्या 250-300 तक होने की आशंका
स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसे में करीब 250-300 लोग घायल हुए हैं, जबकि कुछ की मौत होने की भी खबर है। हालांकि, प्रशासन ने अब तक किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की है। घटनास्थल पर श्रद्धालुओं के कपड़े, जूते-चप्पल और अन्य सामान बिखरे पड़े थे, जिसे ट्रैक्टर ट्रॉलियों में भरकर हटाया गया।
इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे, जिससे यह हादसा हुआ। प्रशासन से इस मामले पर आधिकारिक बयान आने का इंतजार किया जा रहा है।